Shadi me Chudaii | Dost Ki Behen Ke Sath Sex

दोस्तों में आपको अपनी कहानी सुनने जा रहा हूँ कि कैसे मैंने कैसे अपनी बड़ी बहन की दोस्त की शादी के बाद उनकी सुहागरात के बारे में सब कुछ जाना और उसके बाद उसकी  चुदाई की.. तो दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते हो कि में और पल्लवी (बहन की दोस्त) सेक्स किया करते थे|

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दोस्तों पल्लवी और मैंने करीब दो महीने तक सेक्स किया और कुछ टाईम के लिए पल्लवी को अपनी पढ़ाई के लिए हॉस्टल में जाकर रहना पड़ा.. लेकिन जब पल्लवी घर आती तो में  पल्लवी की चूत और गांड दोनों मारता हूँ और हम दोनों अपनी सेक्स लाईफ से बहुत खुश थे। फिर पल्लवी की पढ़ाई पूरी होने के बाद उसके घर वालों ने उनकी शादी करने का फेसला लिया और जल्दी ही उसे एक बहुत अच्छा घर मिल भी गया और कुछ समय के बाद पल्लवी की शादी हो गई।

फिर पल्लवी की शादी के कुछ दिन बाद जब पल्लवी रहने के लिए यहाँ पर आई तब मैंने रात को पल्लवी से उनकी सुहागरात के बारे में पूछा और पल्लवी ने मुझे अपनी सुहागरात की पूरी कहानी बताई।

तो उन्होंने मुझे बताया कि पति से भी वो बहुत संतुष्ट हैं और पति भी बिल्कुल मेरी तरह ही पल्लवी की चोदते हैं और पल्लवी ने बताया कि मेरे पति का लंड मेरे लंड से एक इंच बड़ा है और मोटा भी है। तो पल्लवी की यह सब बातें सुनते सुनते मेरा लंड खड़ा हो गया और पल्लवी ने मेरा अंडरवियर देखकर कहा कि राहुल अब इंतजार क्यों कर रहा है? कितने दिन से में तेरा लंड लेने के लिए तड़प रही हूँ और तू आज अपनी पल्लवी को फिर से वैसे ही चोद जैसे कई बार पहले चोदा था।

तो मैंने कहा कि पल्लवी मैंने कब मना किया है यह देखो ना मेरा लंड तो कब से तनकर खड़ा है और पति की चुदाई की बातें सुनकर यह मुझे आपको चोदने के लिए कह रहा है। फिर पल्लवी ने मेरे अंडरवियर के ऊपर से ही मेरा लंड सहलाना शुरू किया और में पल्लवी के बूब्स सहलाने लगा.. पल्लवी बोली कि राहुल तेरा लंड आज मुझे छोटा लग रहा है.. लेकिन चुदाई का जो मज़ा तू मुझे देता है तेरे पति नहीं देते। तो मैंने कहा कि वो कैसे?

तो पल्लवी ने बताया कि में उसके पति का लंड नहीं चूसती और ना ही वो मेरी चूत चाटते.. वो बस मेरे बूब्स सक करते हैं और अपना लंड मेरी चूत में डाल देते हैं और ना ही मैंने उनका लंड अपनी गांड में लिया.. लेकिन में उन्हें ऐसा करने को बोलूं तो जाने वो मेरे बारे क्या समझेंगे? लेकिन आज रात मुझे तू वो पहले जैसा मज़ा दे ताकि में अपनी सेक्स लाईफ से पूरी तरह संतुष्ट रहूँ और फिर पल्लवी ने मेरी अंडरवियर में हाथ डालकर मेरा लंड पकड़ लिया। तो मैंने कहा कि पल्लवी इसे पूरी उतार दो ना.. फिर आराम से पकड़ लेना और तब पल्लवी ने मेरी अंडरवियर अपना लंड मेरी चूत में डाल देते हैं और ना ही मैंने उनका लंड अपनी गांड में लिया.. लेकिन में उन्हें ऐसा करने को बोलूं तो जाने वो मेरे बारे क्या समझेंगे? लेकिन आज रात मुझे तू वो पहले जैसा मज़ा दे ताकि में अपनी सेक्स लाईफ से पूरी तरह संतुष्ट रहूँ और फिर दीदी ने मेरी अंडरवियर में हाथ डालकर मेरा लंड पकड़ लिया। तो मैंने कहा कि पल्लवी इसे पूरी उतार दो ना.. फिर आराम से पकड़ लेना और तब पल्लवी ने मेरी अंडरवियर उतारी और मुझे नंगा कर दिया और मैंने पल्लवी की टी-शर्ट उतारी। पल्लवी ने क्रीम कलर की ब्रा पहनी हुई थी।

में पल्लवी के 36 साईज़ के बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही मसलने लगा और उनको किस करने लगा और मेरा लंड पल्लवी के लोवर के ऊपर से चूत को छू रहा था। फिर पल्लवी ने अपना एक हाथ आगे बड़ाकर मेरा लंड पकड़ा और चूत पर रगड़ने लगी। तो मैंने पल्लवी की पीठ के नीचे हाथ डाला और ब्रा की हुक को खोल दिया और पल्लवी के बूब्स को आज़ाद कर दिया.. लेकिन पल्लवी की भूरी निप्पल को देखकर तो कोई भी पागल हो जाता है और मैंने पल्लवी के बूब्स हाथ में लिए और निचोड़ने लगा और पल्लवी की एक निप्पल को मुहं में ले लिया और ज़ोर ज़ोर से दबातें हुए चूसने लगा। तभी पल्लवी बोली कि प्लीज़ भाई आराम से कर मुझे बहुत दर्द होता है

तो मैंने कहा कि पल्लवी आज मुझे मत रोको प्लीज़.. में कितने दिन से रुका हूँ आपको चोदे बिना मेरा लंड नहीं रह सकता। मुझे आज आपके जिस्म से पूरा मज़ा लेना है और फिर निप्पल को अपने दातों से काटने लगा। तो पल्लवी आहह उह्ह्ह राहुल मेरे भाई अह्ह्ह करते हुए बोली कि ओह भाई कर ले जो करना है.. तेरे लिए में सब दर्द सह लूँगी और मुझे जल्दी से नंगा कर दे आहह उह्ह्ह। दोस्तों मैंने पल्लवी के निप्पल को बहुत देर तक ज़ोर से सक किया और थोड़ा नीचे होकर पल्लवी के पेट पर अपनी नुकीली जीभ फेरने लगा और मेरे ऐसा करने से पल्लवी का पेट काँपने लगा और में पल्लवी की नाभि के आस पास अपनी जीभ घुमाता रहा।

पल्लवी पूरी मस्ती में आ चुकी थी और मेरे बालों में हाथ फेरते हुए आअहह भाई आअहह कितना मज़ा देता है.. आअहह अब जल्दी से मुझे नंगी कर दे मुझसे और सहन नहीं होता और पल्लवी अब बहुत ज़ोर ज़ोर से अपने बूब्स को मसलने लगी। फिर में थोड़ा और नीचे हुआ और पल्लवी का लोवर उतारने लगा.. में जैसे जैसे पल्लवी का लोवर उतार रहा था वैसे वैसे में अपनी जीभ फेर रहा था और पल्लवी ने अपनी चूत को बिल्कुल साफ किया था।

में पल्लवी की चूत के ऊपर जीभ घुमाता रहा और जीभ घुमाते घुमाते मैंने पल्लवी के लोवर को उनके घुटनो तक कर दिया था.. तब पल्लवी ने खुद अपने पैरों से लोवर को उतार दिया। तो मैंने पूछा कि पल्लवी आपने पेंटी क्यों नहीं पहनी? तो वो बोली कि मुझे तेरा लंड अपनी चूत में लेने की बड़ी जल्दी है इसलिए और अगर में पेंटी पहन लेती तो तुम उसे उतारने में और भी टाईम खराब करते। तो मैंने पल्लवी के दोनों पैरों को खोल दिया और पल्लवी की चूत के होंठो पर अपनी उंगली फेरने लगा और बोला कि पल्लवी जीजू ने आपकी चूत को खोल दिया है देखो यह पहले से कितनी खुल गई है ना। तो पल्लवी बोली कि हाँ भाई मेरे पति का लंड तुझसे मोटा जो है और अब ज्यादा बातें मत कर जल्दी से चाट मेरी चूत को.. कितने दिन से तेरी पल्लवी की चूत जीभ से चटवाने को तरस रही है और पल्लवी के इतना कहते ही मैंने जीभ को पल्लवी की चूत के होंठ पर लगा दिया और ऊपर से नीचे घुमाने लगा।तो दीदी मेरे बालों में हाथ घुमाते हुए बोली कि आअहह भैया आहह राहुल मेरे भाई हाँ मेरी चूत में जीभ डाल दे अपनी ऊओह मुझे और मत तडपा आअहह.. तेरी पल्लवी की चूत की खुजली तो तेरी जीभ से ही ख़त्म होती है अह्ह्ह अब डाल दे और मैंने पल्लवी की चूत की पंखुड़ियों को अपनी उंगलियों से फैलाया और जीभ को चूत में डाल दिया और फिर दीदी पूरी तड़प उठी और आअहह ऊऊहह आअहह भाई आअहह और अंदर डाल आआहह बड़ा मज़ा आ रहा है.. तो में पल्लवी की चूत में अपनी जीभ हिलाने लगा और मैंने पल्लवी की चूत के फुदकते हुए दाने को अपने मुहं में ले लिया और एक उंगली चूत में डालकर अंदर बाहर करने लगा।

पल्लवी की चूत पूरी गीली हो चुकी थी और में जितनी देर में पल्लवी की चूत का पानी चाटता उनकी चूत और पानी छोड़ देती और पल्लवी अपने बूब्स को पूरे जोश से मसलते हुए अपनी गांड को उठाकर चूत को मेरे मुहं पर दबाने लगी थी। तो में भी चूत में उंगली डाल डालकर चूत चोद रहा था दीदी आअहह ऊऊहह किए जा रही थी और शायद पल्लवी अब झड़ने वाली थी.. लेकिन में पल्लवी की चूत को लगातार चाटता रहा और मेरी पूरी जीभ पल्लवी की चूत में थी और मेरे होंठ पल्लवी की चूत के होंठ से मिले थे।

फिर पल्लवी ने मेरे सर पर हाथ रखा और आहह उईई भाई में झड़ने वाली हूँ आअहह उह्ह्ह कहते हुए मेरे मुहं को चूत पर दबाने लगी और में भी पूरी तेज़ी से पल्लवी की चूत को चूसता रहा और पल्लवी की चूत का पानी मुझे बहुत टेस्टी लगता है इसलिए में भी जल्दी में था कि पल्लवी कब झड़े।

तभी पल्लवी आहह उह्ह्ह की जोरदार आवाज़ से साथ झड़ने लगी और अपनी गांड को उठाकर मेरे मुहं पर अपनी चूत को दबाने लगी और में पल्लवी की चूत का पानी पीता रहा और पल्लवी आअहह ऑश आहह करते हुए एकदम से ढीली पड़ गई और निढाल सी लेटी रही.. लेकिन में फिर भी पल्लवी की चूत का पानी चाटता रहा। फिर पल्लवी की चूत को मैंने चाट चाटकर पूरा साफ कर दिया और ऊपर होकर पल्लवी के पास लेट गया और पल्लवी से बोला कि कैसा लगा पल्लवी?

वो कुछ नहीं बोली और में पल्लवी के बूब्स को फिर से चूसने लगा और पल्लवी का एक हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया और ऊपर नीचे करने लगा। तो पल्लवी ने कहा कि भाई बस दो मिनट रुक जा में अभी सब करती हूँ और मुझे भी तो तेरा वीर्य पीना है और मैंने उनका हाथ छोड़ दिया और बूब्स को धीरे धीरे मसलते हुए सक करने लगा। फिर मैंने एक हाथ को आगे की तरफ बढ़ाकर पल्लवी की चूत पर रख दिया और सहलाने लगा और मैंने महसूस किया कि पल्लवी की चूत अंदर से एकदम गीली थी.. तो मैंने अपनी एक उंगली चूत में डाल दी और अंदर बाहर करने लगा और पल्लवी के साथ ऐसे करने से वो फिर से गरम होने लगी।

फिर वो कहने लगी कि अह्ह्ह आअहह भाई रुक भी जा ऊओह तू मेरी चूत में फिर से आग लगा रहा है.. चल अब मुझे तेरा लंड चूसना है और में खड़ा हो गया। तो पल्लवी उठी और घुटनों पर बैठ गई और मेरा लंड पकड़ कर अपने मुहं पर रगड़ने लगी। मेरा लंड तो कब से इसी इंतजार में खड़ा था और बहुत गीला भी हो गया था और फिर पल्लवी ने मेरे टोपे पर किस किया और जीभ घुमाने लगी तो में पल्लवी की आखों में देख रहा था पल्लवी मेरे टोपे को चूसने लगी। मैंने पल्लवी का चेहरा अपने हाथों में ले लिया और उनके मुहं में लंड डालने लगा.. पल्लवी धीरे धीरे मेरे लंड को सक करने लगी। मुझे अब पूरी मस्ती चड़ गई और में जोश में आकर पल्लवी का मुहं चोदने लगा और मेरे मुहं से आअहह दीदीई ऊऊहह जैसी आवाज़े निकलने लगी।

फिर मैंने ज़ोर ज़ोर से धक्के देकर पल्लवी के मुहं में अपना पूरा लंड डाल दिया और 10 सेकेंड ऐसे ही रखा और मैंने देखा कि पल्लवी की आँखो में पानी आ गया और जब मैंने लंड मुहं से बाहर निकाला तो पल्लवी खांसने लगी और मेरा लंड पूरा चमक गया था।

पल्लवी ने फिर से मेरा लंड मुहं में ले लिया और चूसते हुए खुद अपना मुहं चुदवाने लगी में आअहह ऊओह आआहह कर रहा था और में भी पल्लवी के बाल पकड़कर पूरे जोश से उनके मुहं को चोदने लगा। फिर पल्लवी का मुहं चोदते हुए मुझे बड़ा मज़ा रहा था और आअहह पल्लवी आअहह दीदी और तेज करो अहह में झड़ने वाला हूँ आअहह करते हुए में उनके मुहं में ही झड़ गया और मेरे लंड से ढेर सारा वीर्य निकला जिसे पल्लवी बड़े प्यार से पी गई और में बेड पर लेट गया। पल्लवी मेरा लंड चाट रही और उन्होंने तब तक चाटा जब तक लंड बैठ ना गया। उसके बाद पल्लवी मुझे बाहों में लेकर मेरे साथ लेट गई।

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