Bitiya Rani Ki Chudai|बिटिया रानी की चुदाई|

पता नहीं अचानक उस रात पापा को क्या हुआ कि वह मुझे चोदने पर उतर आए। उस रात पापा बहुत ज्यादा टेंशन में थे और परेशान थे वह अचानक ही मेरे कमरे में आ गए।

यह मेरी बाप बेटी सेक्स स्टोरी जो मैं इस वेबसाइट के साथ साझा कर रही हूं। मेरा नाम हिमांशी है और मैं लखनऊ की रहने वाली लड़की हूं। मैं b.a. सेकंड ईयर कर रही हूं और मेरे नंबर हमेशा अच्छे आते हैं।

लेकिन मैं यहां यह बताने आई हूं कि उस दिन पता नहीं पापा को क्या हुआ कि उन्होंने अपनी बिटिया रानी की चुदाई कर डाली।

मैं बहुत शांति से चड्डी बनियान पहनकर अपने कमरे में एसी में सो रही थी। वह जाने कि मेरे कमरे में घुस गए और मेरे पास आकर बैठ गए।

वह मुझे इधर-उधर हाथ लगाने लगे मेरी जांघों को छूने लगे। क्योंकि मैं कच्ची में सो रही थी तो पापा मेरी रसीली जोशी टांगों को भी हाथ लगा रहे थे। Devarji Ne Jamm Ke Chuddai Ki

फिर वह धीरे-धीरे करके मेरे बूब्स तक पहुंच गए और उन्हें भी छूने लग गए। नींद में मुझे यह सब कुछ महसूस हो रहा था कि मेरे साथ कुछ तो हो रहा है और तभी अचानक मेरी आंख खुल गई।

मुझे देखते ही पापा बहुत ज्यादा चौक गए और उन्होंने दोनों हाथ पीछे करके अपनी नजरें नीचे कर ली।

मैंने पूछा क्या हुआ पापा बहुत ज्यादा परेशान लग रहे हैं

पापा ने बोला – क्या तुम मुझसे प्यार करती हो??!!

मैंने कहा – यह कैसा सवाल है हां पापा मैं आपसे बहुत प्यार करती हूं।

पापा ने कहा – अगर तुम मुझसे प्यार करती हो तो मेरे लिए कुछ भी कर सकती हो!!

मैंने कहा – हां पापा मैं आपके लिए कुछ भी कर सकती हूं मैं तो आपकी बिटिया रानी हूं ना।

तो पापा ने कहा – मेरी गर्मी शांत कर दो।

मैंने कहा – गर्मी शांत कर दो मतलब?!

तभी पापा ने मुझे बहुत जोर से गले लगा लिया और गले लगाकर जोर-जोर से सांसे लेने लगे। मैं हमेशा पापा के गले लगती थी लेकिन उस दिन कुछ अलग ही महसूस हो रहा था।

तब जाकर मैं समझी पापा किस गर्मी की बात कर रहे हैं उन्हें मेरी चुदाई करनी थी।

लेकिन मैंने कुछ भी रिजेक्ट नहीं करा और क्योंकि मैं अपने पापा से प्यार भी बहुत ज्यादा करती थी तो मैंने उनकी बात मान ली।

और मेरी मम्मी भी किसी और के साथ भाग गई थी तो इसलिए पापा तब से अकेले हो गए।

इस बात को समझते हुए मैंने पापा से कहा – हां पापा मैं आपसे प्यार करती हूं और आप जो कह रहे हैं वह करूंगी।Chhote Bhai Ke Dost Ke Saath Sex

पापा हंसते हुए बोले – ओ मेरी प्यारी बिटिया रानी तुम पापा का कितना ख्याल रखते हो!!

और फिर पापा ने धीरे से मेरे होठों को चूमा फिर दोनों गालों को चूमा फिर मेरे माथे को चूमा। और दोबारा मेरे होठों को चूमने लगे वह मेरी जुबान चूसने लगे।

पापा के चुंबन से मैं भी उत्तेजित होने लग गई थी फिर पापा ने मेरी कच्ची के ऊपर मेरी चूत को सराहना चालू कर दिया।

मैं और भी ज्यादा उत्तेजित हो गई और वासना से भर गई फिर मैंने अपना हाथ पापा की पेंट में डालकर उनके लंड की मुठ मारने लगी।

पापा को भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा था फिर उन्होंने मेरी पूरी कच्छी उतार दी और अपने मोटे लंड को मेरी चूत के ऊपर रगड़ने लगे।

अपने लंड को रगड़ दे रखे उन्होंने अपना मोटा लंड मेरी छोटी सी चूत में घुसा दिया। और पापा मेरी चुदाई करने लगे।

वह बहुत ही रोमांटिक और प्यार भरे अंदाज में अपनी बेटी को चोद रहे थे जिसमें हम दोनों को बहुत ज्यादा मजा आ रहा था।

मेरी लेटे-लेटे पापा मेरे बूब्स को भी दबा रहे थे जिसमें मुझे और ज्यादा वासना आनंद मिल रहा था। पापा मेरे बूब्स को चूम भी रहे थे और उनको इस तरह चूस रहे थे जैसे उस में से दूध निकल रहा हो।

फिर पापा का झड़ने वाला था और उन्होंने अपनी रफ्तार थोड़ी सी बढ़ा दी और मेरी चूत की चुदाई और जोर से करनी चालू कर दी।

और उनका जैसे ही झड़ने वाला था उन्होंने अपना सारा माल मेरे पेट के ऊपर झाड़ दिया। पापा का बहुत सारा चढ़ा था एकदम ऐसा लग रहा था कि मोटी मलाई निकली हो।

इसके बाद उनके चेहरे पर एक अलग ही संतुष्टि थी जिसे देखकर मैं बहुत ज्यादा खुश हुई। और इसके बाद पापा कुछ नहीं बोले और बस मेरी बाहों में चुपचाप सो गए।

लेकिन मुझे उस दिन पापा से सचमुच में प्यार हो गया और इस रात के बाद भी अगली कई रातों तक मैं पापा का ऐसे ही खयाल रखती रही।